मैं निजी जिंदगी में सहज रहता हूं : यश चौधरी
यश चौधरी स्माल स्क्रीन के मेहनती और सशक्त कलाकार हैं। दिल्ली से ग्रेजुएशन करने के बाद यश का सपना था कि वह भी एक दिन मायानगरी मुंबई का हिस्सा बनें। मुजफ्फरनगर से मुंबई आने के बाद मॉडलिंग की और फिर अपनी मेहनत के बलबूते पर ‘यह प्यार न होगा कम’ सीरियल में काम मिला। इसके बाद ‘बंदिनी’ धारावाहिक में सशक्त भूमिका मिली। अब यश चौधरी क्रिएटिव आई और सहारा-वन टेलीविजन के पारिवारिक धारावाहिक ‘रिश्तों के भंवर में उलझी-नियति’ अतुल चौधरी के किरदार में नज़र आयेंगे। इस धारावाहिक को लेकर हुई बातचीत के कुछ अंश प्रस्तुत है :-
टेलीविजन में शुरुआती सफर कैसा रहा?
अच्छा। लेकिन इस मुकाम तक पहुंचने के लिए मेहनत करनी पड़ी। ऑडिशन भी दिये और भागदौड़ के बाद ‘यह प्यार न होगा कम’ और ‘बंदिनी’ धारावाहिकों में काम करके दर्शकों के दिलों में अपनी जगह बनाने की कोशिश की। अब मुझे निर्माता धीरज कुमार के धारावाहिक ‘रिश्तों के भंवर में उलझी-नियति’ में सैकेंड लीड रोल मिला है।
इस धारावाहिक से जुडऩे की कोई खास वजह?
रिश्तों के भंवर में उलझी- नियति में मैं अतुल चौधरी का किरदार कर रहा हूं। इस धारावाहिक की कहानी आम आदमी की कहानी है। मुझे इसकी कहानी में दम नज़र आया। यही वजह है इस धारावाहिक से जुडऩे की। अतुल चौधरी का मस्त किरदार इतना अच्छा है कि दर्शकों के दिलों में यह अपनी जगह बना ही लेगा। मेरा किरदार चुनौतीभरा है। विविधतापूर्ण किरदार निभाना तो हर कलाकार का सपना होता है। मैंने अपनी तरफ से शतप्रतिशत देने की कोशिश की है।
आपके लिए अतुल चौधरी के किरदार में नया क्या है?
अतुल चौधरी जैसा रोल किसी भी कलाकार के लिए एक अलग जगह बनाने के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है। सो मुझे इसके बारे में बताया गया तो मैं नहीं जानता था कि इसका रियल बेस क्या होगा। लेकिन जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ेगी इस किरदार में मेरा अलग ही रंग नज़र आयेगा।
जयश्री सोनी बड़ी अनुभवी कलाकार हैं, उनके साथ काम करके कैसा अनुभव हो रहा है?
जयश्री सोनी ‘रिश्तों के भंवर में ‘उलझी-नियति’ की मुख्य भूमिका में हैं। वह बहुत खुशमिजाज और सशक्त अदाकारा हैं। वह सहयोगी कलाकारों की खूब मदद करती हैं।
क्या इस किरदार को निभाने के लिए आपको कोई विशेष तैयारी करनी पड़ी?
इस कहानी में मेरा जो किरदार है उसे निभाना मेरे लिए बहुत आसान है, क्योंकि मैं असल जिंदगी में भी ऐसा ही हूं।
हैरी